निर्देशक प्रेम सोनी की फिल्म 'मिस्टर एंड मिसेज खन्ना' में सलमान खान के साथ करीना कपूर की जोडी बनाई गई है। फिल्म में मिसेज खन्ना का किरदार निभाने वाली करीना यहां औरत और पुरूष के रिश्ते और अपनी पसंदीदा मिसेज खन्ना के बारे में बात कर रही हैं। 'मैं और मिसेज खन्ना' की किस बात ने आपको सबसे ज्यादा प्रभावित कियाइसकी हर बात ने। यह एक शानदार प्रोजेक्ट था। मेरी नजरों में इस फिल्म की कहानी लडकी के किरदार पर आधारित है। यह कहानी लडकी के नजरिए से कही गई है। यह फिल्म शादी के बाद एक लडकी की जिंदगी के सफर को बयान करती है। यह सफर बहुत सुहाना हो सकता है, अगर हम इसमें दोस्ती और मुहब्बत का तडका लगा दें। यह पति-पत्नी की स्वीट रोमांटिक स्टोरी है और इसमें एक मैसेज भी छुपा है। इस फिल्म में आपने मिसेज खन्ना का किरदार निभाया है। जब आप मिसेज खन्ना के बारे में सोचती हैं, तो आपके दिमाग में सबसे पहला नाम किसका आता हैडिंपल आंटी। मेरे लिए वे सबसे अच्छी मिसेज खन्ना हैं। उन्होंने मेरे दादाजी की फिल्म से डेब्यू किया था, इसलिए उनके साथ मेरा एक खास रिश्ता है। वे आज भी खूबसूरत और स्टाइलिश लगती हैं। सलमान के साथ आपने 'क्योंकि...' में काम किया था, पर यह बात काफी पुरानी हो गई है....इतने समय बाद एक साथ काम करने की वजहहमें कोई अच्छी स्क्रिप्ट नहीं मिली। मुझे लगता है कि हम दोनों के एक साथ काम करने के लिहाज से यह एक बेस्ट फिल्म है। सलमान शानदार हैं और बहुत आकर्षक लगते हैं। शॉर्ट मे कहूं, तो मिस्टर और मिसेज खन्ना एक साथ बहुत जम रहे हैं। कई साल बाद सलमान ने रोमांटिक फिल्म की है। आप बचपन से सलमान को जानती हैं। सलमान ने करिश्मा के साथ भी फिल्में की हैं। क्या इससे आपके लिए उनके साथ काम करना और आसान हो गयाहमारे बीच फैमिली रिलेशनशिप है। सलमान की फैमिली के साथ मेरे बहुत अच्छे रिश्ते हैं। सोहैल, अरबाज, मलैका और अर्पिता के साथ मेरी बहुत अच्छी बनती है, लेकिन सलमान का मेल-जोल मुझसे ज्यादा करिश्मा के साथ है। सलामन का कहना है कि वे आपको तब से जानते हैं, जब आप नौ साल की थीं। क्या वे सैट पर आपका ध्यान रखते थेसलमान मुझे लाड-प्यार नहीं करते थे। हां, सोहैल मेरा बहुत ध्यान रखते थे। मैंने और सलमान ने कुछ दिनों के लिए शूटिंग की। मैं सलमान की बहुत बडी फैन हूं और मुझे उन्हें रोमांटिक फिल्मों में देखना अच्छा लगता है। फिल्म की काफी शूटिंग मेलबोर्न एयरपोर्ट पर हुई है। फिल्म में एयरपोर्ट की क्या भूमिका हैफिल्म की कहानी मेलबोर्न बेस्ड है। शादी के बाद मैं और सलमान मेलबोर्न शिफ्ट हो जाते हैं। झगडे की शुरूआत एयरपोर्ट से होती है, इसलिए फिल्म में एयरपोर्ट की अहम भूमिका है। सोहैल एक बार चलाते हैं और उनका यह बार एयरपोर्ट पर ही है। क्या यह फिल्म विवाहेतर रिश्तों पर आधारित हैनहीं, फिल्म विवाहेतर रिश्तों पर नहीं, बल्कि एक औरत और पुरूष की दोस्ती पर आधारित है। इस बारे मे आपके क्या विचार हैंमेरा मानना है कि एक लडका और लडकी दोस्त बन सकते हैं। मिसेज खन्ना जितना अपने पति को प्यार करती है, उसके दिल में उतनी ही जगह अपने दोस्त के लिए भी है। फिल्म यह मैसेज देती है कि एक लडका और लडकी दोस्त हो सकते हैं। ऎसा नहीं है कि अगर किसी लडकी और लडके के बीच दोस्ती है, तो उनके बीच कुछ चल रहा है। क्या आपको नहीं लगता कि पति-पत्नी के बीच किसी और के आ जाने से शादीशुदा जिंदगी मे समस्याएं आ जाती हैंऎसा मेरो दोस्तों के साथ हो चुका है, इसलिए मैं इस कहानी के साथ एक गहरा जुडाव महसूस करती हूं। ज्यादातर लोगों को यह बात समझ में नहीं आती है कि एक औरत और पुरूष दोस्त हो सकते हैं। लेकिन शादी के भी अपने मायने होते हैं और जीत हमेशा शादी की होती है।
नितिन शर्मा (news with us)
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