Friday, October 9, 2009

"ख़ुश होकर लौटा कॉमनवेल्थ प्रतिनिधिमंडल"

दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने कहा है कि कॉमनवेल्थ खेलों की तैयारियों का जायज़ा लेने आया प्रतिनिधिमंडल ख़ुश होकर वापस गया है. दिल्ली में अगले साल होने वाले इन खेलों की सुस्त तैयारी से कॉमनवेल्थ खेल संघ चिंतित है.

दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने कॉमनवेल्थ खेलों की आयोजन समिति से मिलकर अपने "संदहों को दूर कर लिया है. मुझे लगता है कि वे ख़ुश होकर वापस लौटे हैं. उनके कुछ संदेह थे जो उन्हें दूर करने थे."
दीक्षित ने विश्वास जताया कि दिल्ली में "बढ़िया कॉमनवेल्थ खेल होंगे." खेलों की सुस्त तैयारियों को देखते हुए कॉमनवेल्थ खेल संघ के अध्यक्ष मिशेल फ़ेनेल और दूसरे सदस्यों ने गुरुवार को खेलों के लिए बन रहे स्टेडियमों और अन्य सुविधाओं का जायज़ा लिया. दिल्ली में ठीक एक साल बाद कॉमनवेल्थ खेल होने हैं.
लेकिन 11 मुख्य आयोजन स्थलों में से अधिकांश पर काम देरी से चल रहा है. मुख्य स्टेडियम की छत बनाने का काम हाल ही में शुरू हुआ है और मेट्रो लाइनों और एयरपोर्ट रेल लिंक पर काम ज़ोरशोर से चल रहा है.
2010 में होने वाले कॉमनवेल्थ खेल भारत के लिए 1982 में हुए एशियाड के बाद किसी बड़े अंतरराष्ट्रीय गेम्स के आयोजन का पहला मौक़ा है. इसमें राष्ट्रमंडल के 71 सदस्य देश और क्षेत्र हिस्सा लेते हैं.
नितिन शर्मा (news with us)

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