इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के मुखिया एवं पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला ने कहा है कि चुनाव के नतीजों के मुताबिक, बहुमत कांग्रेस के विरूद्ध होने के कारण उसने सरकार बनाने का नैतिक अधिकार खो दिया है।(हरियाणा विधानसभा चुनाव के शाम चार बजे तक प्राप्त नतीजों/ रुझान के मुताबिक कुल 90 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 40 तथा इनेलो को 32 स्थान प्राप्त हो रहे थे। उनके अलावा भाजपा को 4 और अन्य को 14 सीटें मिल रही है।)श्री चौटाला ने आज यहां प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि चुनाव नतीजों से संकेत मिलता है कि किसी बड़े दल को बहुमत नहीं मिलेगा और वे (चौटाला) विपक्ष को एकजुट करके तथा निर्दलीयों के समर्थन के आधार पर सरकार बनाने का दावा करेंगे।उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने वर्ष 1989 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के नेतृत्व में लोकसभा चुनाव लड़ा था। स्पष्ट बहुमत नहीं मिलने पर श्री गांधी ने सरकार बनाने का दावा नहीं किया था। उन्होंने कहा कि श्रीमती सोनिया गांधी अपने पति के राजनीतिक मूल्यों की वारिस होने के नाते इसी परंपरा का निर्वाह करें।पार्टी के प्रदर्शन से उत्साहित श्री चौटाला ने कहा- “हरियाणा की जनता ने कांग्रेस की नीतियों तथा कार्यक्रमों को पूरी तरह नकार दिया है। ..राज्यपाल को इनेलो को सरकार बनाने के लिये न्यौता देना चाहिये।”
श्री चौटाला ने कहा कि वे निर्दलीयों तथा विपक्ष के साथ बातचीत करने को तैयार हैं। निर्दलीयों में कांग्रेस के बागियों की संख्या अधिक है।श्री चौटाला ने कहा –“ मैं राज्यपाल से अनुरोध करूंगा कि इनेलो को सरकार बनाने का एक मौका दिया जाये।”
उन्होंने कहा कि वह भाजपा सहित विपक्षी दलों के नेताओं के संपर्क में हैं। यदि विपक्षी दलों के साथ चुनाव पूर्व तालमेल हो जाता तो स्थिति कुछ और होती।
नितिन शर्मा (news with us)
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