Sunday, October 11, 2009

पाक: कमांडो कार्रवाई खत्म, बंधक छुड़ाए

पाकिस्तानी कमांडो ने रावलपिंडी के सेना मुख्यालय के नजदीक एक इमारत में 20 घंटे से जारी आतंकियों के कब्जे को खत्म करने के लिए रविवार को धावा बोल कर 30 बंधकों को मुक्त करा लिया और चार हमलावरों को मार गिराया।
सेना के शीर्ष प्रतिष्ठान पर हमले के बाद हथियारों से लैस आतंकी इस इमारत में छिपे हुए थे। सेना के मुख्य प्रवक्ता मेजर जनरल अतहर अब्बास ने बताया कि अभियान खत्म हो गया। हमने बड़ी तादाद में बंधकों को बचा लिया है।
उन्होंने बताया, अभियान के पहले चरण में 25 बंधकों को बचाया गया और बाद में पांच और बंधकों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
अब्बास ने बताया कि कमांडो ने चार आतंकियों को मार गिराया। इनमें कुछ ऐसे आतंकी भी शामिल हैं जिन्होंने आत्मघाती जैकेट पहन रखा था। अभियान के दौरान तीन बंधकों की भी मौत हो गई।
गौरतलब है कि कल आतंकियों के एक समूह ने राइफलों और ग्रेनेड के साथ रावलपिंडी में सेना मुख्यालय पर हमला किया था और कई सुरक्षाकर्मियों को बंधक बना लिया था। इस घटना में शनिवार को चार हमलावर और छह सुरक्षाकर्मी मारे गए थे।
कुल मिलाकर, इस हमले में 19 लोग मारे गए। इनमें छह सैनिक, दो कमांडो, आठ आतंकी और तीन बंधक शामिल हैं।
इस इलाके में अन्य आतंकियों की मौजूदगी का पता लगाने और उनका सफाया करने के लिए अभियान चला रहे हैं। इस हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने ली है।
विशेष सेवा ग्रुप के कमांडो ने बंधकों को मुक्त कराने के लिए यह अभियान स्थानीय समय के मुताबिक सुबह छह बजे से कुछ मिनट पहले चलाया।
अब्बास ने बताया कि इमारत के अंदर छिपे हुए पांच आतंकियों में से एक भाग निकला, लेकिन बाद में उसका पीछा कर उसे पकड़ लिया गया। भागने की कोशिश करने वाला आतंकी घायल था और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
आतंकियों ने शनिवार को सेना मुख्यालय के बाहर एक चेकपोस्ट के नजदीक छह सैनिकों की हत्या कर दी थी। इनमें एक ब्रिगेडियर और लेफ्टिनेंट कर्नल भी शामिल हैं। इनमें से चार आतंकियों के मारे जाने के बाद बाकी बचे आतंकी सैन्य खुफिया विभाग के एक कार्यालय के अंदर छिप गए। उन्होंने कई सुरक्षाकर्मियों और असैन्य कर्मचारियों को बंधक बना लिया।
सैन्य अधिकारियों ने आतंकियों से बात करने से इंकार कर दिया था। आतंकियों के छिपे होने के मद्देनजर इलाके की बिजली काट दी गई थी।
टीवी चैनलों की खबर के मुताबिक कमांडो ने एक आत्मघाती हमलावर को मार गिराने के बाद इमारत के एक कमरे से 22 बंधकों को मुक्त करा लिया।
लेकिन एक बात तो साबित होती जा रही है की जो दुसरो के लिए खड्डा खोदते है वाही उसमे गिरते है..........
नितिन शर्मा (news with us)

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