Wednesday, July 28, 2010

नाबालिग लडक़ी ले भागा शादीशुदा पत्रकार

रेवाड़ी । हरियाणा के रेवाड़ी जिले में एक पत्रिका का संवाददाता अपनी पत्नी व एक बच्चे को छोडक़र शहर की एक नाबालिग लडक़ी को भगा ले गया। माडल टाउन थाना पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कर लिया है। उधर, पत्रकार की पत्नी ने इस कृत्य को अंजाम देने वाले अपने पति से संबंध विच्छेद करने की बात कही है। पत्नी की यातनाओं से कथित तौर पर परेशान रणबीर सिंह ने कुछ समय पूर्व ही रेवाड़ी के तत्कालीन डीएसपी बलवान सिंह राणा के समक्ष एक शिकायत पेश की थी।

शिकायत में उसने आरोप लगाया था कि उसकी पत्नी व सास उसे बेरहमी से पीटती हैं। बाद में डीएसपी राणा ने दोनों पक्षों को बुलाकर मामले का निपटारा करा दिया था। बताया गया है कि इस घटना के बाद से ही रणबीर अपनी पत्नी से काफी नाराज चल रहा था। उसके एक बेटी भी है। पत्नी की यातनाओं से कथित तौर पर परेशान रणबीर ने शहर की एक लडक़ी से संबंध बना लिए। इन संबंधों का पता रणबीर की पत्नी को चल चुका था। उसने लडक़ी के घर जाकर उसे बुरा-भला भी कहा था। बीते दिनों रणबीर व लडक़ी मौका पाकर घर से फरार हो गए। लडक़ी के पिता की शिकायत पर जहां पुलिस ने रणबीर के खिलाफ अपहरण का केस दर्ज कर लिया, वहीं रणबीर की पत्नी ने पुलिस से आरोपी को जल्द पकडऩे व उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर डाली। रणबीर की पत्नी का कहना है कि वह अब किसी भी सूरत में रणबीर के साथ नहीं रहेगी। पुलिस ने आरोपी रणबीर व लडक़ी की तलाश शुरू की हुई है

Friday, July 23, 2010

हॉकी कोच ने पूछा था, क्या तुमने कभी सेक्स किया !

भोपाल। हॉकी खिलाडी टी। एस. रंजीता ने भारतीय महिला हॉकी टीम में सेक्स स्कैंडल के उजागर होने से विवादों में घिरे कोच कौशिक पर लगाए गए आरोपों से पीछे हटने से साफ इनकार कर दिया है। कोच पर यौन उत्पीडन का आरोप लगाते हुए रंजीता ने एक चैनल से कहा कि कोच उन्हें गंदी निगाह से घूरा करता था और मुझ पर कई अश्लील टिप्पणियां भी की थी।एक टीवी चैनल से बात करते हुए रंजीता ने खुलासा किया कि भोपाल में कैंप के दौरान एक दिन कोच ने उससे पूछा था कि क्या तुमने कभी सेक्स किया है क् रंजीता के अनुसार कोच के मुंह से इस तरह की बात सुनकर वह सन्न रह गई। कोच ने अश्लील इशारे करते हुए कहा कि सेक्स करना अच्छा रहेगा। इस पर भी मैं चुप रह गई।रंजीता ने आरोप लगाया है कि कोच हर लडकी के साथ 10 से 15 मिनट तक एक-एक कर बात करते थे लेकिन मेरे साथ हमेशा एक घंटे तक बात करते रहते थे। कोच मुझसे बार-बार कहते थे कि मैं खूबसूरत हूं। यह सिलसिला चलता ही रहता था और इससे मैं काफी परेशान थी।रंजीता ने खुलासा किया कि चीन दौरे में एक दिन कोच ने मुझे अपने कमरे में बुलाया और कुछ औपचारिक बातचीत के बाद मुझसे कहा कि तुम मुंबई में अकेली रहती हो, तुम्हे खुलकर मजे करने चाहिए। रंजीता ने कहा कि कोच ने उसे बेड की तरफ इशारा करते हुए कहा कि वह उसके साथ कभी भी आ सकती है, वह उसके लिए 24 घंटे उपलब्ध है। रंजीता ने कहा कि कोच ने जर्मनी दौरे के लिए भी मुझेे कहा कि मुझे किसी चीज की जरूरत हो तो वह उससे संपर्क करे।गौरतलब है कि रंजीता ने खेल मंत्रालय को एक पत्र लिखकर कोच एम. के. कौशिक पर यौन उत्पीडन का आरोप लगाया था जिसके बाद कौशिक ने इस्तीफा दे दिया। मंत्रालय ने मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति गठित की थी। समिति की जांच रिपोर्ट आज पेश हो सकती है।

Saturday, July 17, 2010

आजतक के क्राइम रिपोर्टर कमल की मौत

कमल शर्मा को सिर्फ क्राइम रिपोर्टर कहना उचित न होगा. उन्हें जानने वाले लोग उन्हें 'दिल्ली की क्राइम रिपोर्टिंग का बादशाह' कहते थे. ब्रिलियेंट. लेबोरियस. चौबीसों घंटे चौकन्ने. कोई छुट्टी नहीं. खबर आते ही स्पाट पर. खबर मिलते ही आफिस में. ऐसे कमल शर्मा हमारे बीच नहीं रहे. कहने वाले कहते हैं कि अतिशय काम, अतिशय तनाव, अतिशय मोबाइल पर बातचीत से वे न्यूरो प्राब्लम के शिकार हो गए थे. उऩका एक्सीडेंट भी हो गया था. पिछले कई महीनों से उनका इलाज चल रहा था. आज कमल की मौत हो गई.
दो साल पहले ही कमल की शादी हुई. उनकी उम्र 43 वर्ष के आसपास थी. कमल के दो भाई भी मीडिया में हैं. डीके शर्मा आजतक में ही कैमरामैन हैं. दूसरे भाई उमेश शर्मा सीएनबीसी में कैमरामैन हैं. कमल आजतक में लंबे समय से थे. रामकृपाल सिंह के साथ कुछ वक्त के लिए वायस आफ इंडिया आ गए थे. रामकृपाल ने वीओआई छोड़ा तो कमल वापस आजतक में लौट गए. उन्हें आजतक की क्राइम रिपोर्टिंग का बैकबोन माना जाता था. आजतक से पहले कमल नवभारत टाइम्स, दिल्ली के क्राइम प्रभारी हुआ करते थे. नभाटा के क्राइम हेड के बतौर भी कमल का पूरे दिल्ली में जलवा होता था. उन्हें पुलिस विभाग के चपरासी से लेकर बड़े से बड़ा अफसर जानता पहचानता था.
बीमार कमल शर्मा अपने आखिरी दिनों में कहा करते थे कि ''बीमार पड़ा तो पता चला कि मेरा भी परिवार है।'' इस वाक्य से इस आदमी के काम प्रति जुनून को समझा जा सकता है. कुछ लोगों का कहना है कि बाइक का शौक कमल को था. फोन बहुत आते थे उन्हें. वे अक्सर बाइक चलाते हुए एक कान से फोन दबाए बात करते रहते थे. संभवतः इसी से दिमाग में कोई दिक्कत आ गई, कोई नस दब गई. न्यूरो प्राब्लम होने से उनका स्वास्थ्य बिगड़ने लगा. वे छुट्टी पर रहने लगे. ठीक होते तो आफिस आ जाते. खबर को लेकर पागलपन सवार रहता था. छुट्टी में भी खबर पता चलते ही वे आफिस पहुंच जाया करते थे.
साभार - bhadas4media
news with us की टीम की और से श्रधांजलि अर्पित करते है

Friday, July 16, 2010

सीआरपीएफ जवान ने सात साथियों को मारा

जमशेदपुर. सरायकेला-खरसांवा जिले के कुचाई थाना क्षेत्र स्थित सीआरपीएफ कैंप में एक जवान ने नशे में धुत होकर अपने सात साथियों को मौत के घाट उतार दिया। नशे में धुत हरविंदर सिंह नामक यह जवान अमृतसर का रहनेवाला है। इस गोलीबारी में एक सीआरपीएफ जवान की हालत गंभीर है, जिसे एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सरायकेलरा-खरसांवा जिले के उपायुक्त ने भास्कर डॉट कॉम से घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। एफआईआर कुचाई थाने में दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि जांच के बाद ही पूरा मामला स्पष्ट हो पाएगा।
घटना बीती देर रात की है। इसकी जानकारी लोगों को आज सुबह मिली। बहरहाल, कैंप छावनी में तब्दील हो चुका है। पुलिस व प्रशासन के वरीय अधिकारी घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं।

शाहरुख 'कुत्ता' तो असिन बनी 'गाय'

आमिर ने अपने ब्‍लॉग पर कुछ दिन पहले शाहरुख को कुत्‍ता कहा था और इससे शाहरुख बहुत नाराज हो गए थे। वहीं खबर है कि साउथ के एक डायरेक्‍टर ने आमिर खान को पीछे छोड़ते हुए गाय का नाम असिन रख दिया है।
डायरेक्‍टर का कहना है कि मेरा मकसद किसी को ठेस पहुंचाना नहीं है। बल्कि मजाक के तौर पर उन्‍होंने गाय का नाम असिन रखा है। इस फिल्‍म में गाय लीड एक्‍टर और एक्‍ट्रेस के बीच कामदेव की भूमिका निभा रही है।
असिन इन दिनों तमिल सिनेमा की हॉट एक्‍ट्रेस में से एक हैं। वैसे जब से असिन श्रीलंका में सलमान खान के साथ शूटिंग कर रही हैं साउथ के डायरेक्‍टर उनसे नाराज हैं । फिलहाल लोगों को असिन के जवाब का इंतजार है।

भूपति ने किया करोड़ों का तलाक

मुंबई. टेनिस कोर्ट पर गलतियों से बचने वाले स्टार महेश भूपति वैवाहिक जीवन में ऐसा नहीं कर पाए और उनका पत्नी श्वेता जयशंकर से तलाक हो गया। बांद्रा की कोर्ट ने गुरुवार को दोनों के तलाक को मंजूरी दी। भूपति व श्वेता का वैवाहिक जीवन केवल छह साल ही चल सका।
श्वेता के नजदीकी सूत्रों ने बताया कि दोनों ने कोर्ट को बताया कि वे तलाक के लिए तैयार हैं। इस वजह से कोर्ट ने तलाक को मंजूरी दे दी। सूत्रों ने यह भी बताया कि श्वेता को पांच से दस करोड़ रुपए के बीच कोई रकम मिली है।
बेंगलूर के पॉश इलाके लैंगफोर्ड का एक फ्लैट भी श्वेता को ही मिला है। अपने समय की मशहूर मॉडल रहीं श्वेता का कहना था कि वे भूपति के कई महिलाओं के साथ अफेयर की खबरों से तंग आ चुकी थीं, इसलिए उन्होंने अलग होने का फैसला किया।
..इधर लारा दत्ता से चल रहा है ‘लव गेम’
टेनिस स्टार महेश भूपति का बॉलीवुड स्टार लारा दत्ता से पिछले काफी समय से अफेयर चल रहा है। उन्हें कई समारोहों में साथ देखा गया है, जिससे उनके अफेयर की खबरों को मजबूती भी मिली।
सूत्रों ने बताया कि भूपति व लारा की बढ़ती नजदीकियों से श्वेता काफी खफा थीं। इसी कारण वे तलाक के लिए राजी हुईं। कुछ समय पहले तक वे तलाक से इनकार कर रही थीं, लेकिन अचानक उन्होंने इसका फैसला कर लिया।

पेयजल किल्लत , अब 48 घंटों में मिलेगा पानी

जयपुर। बीसलपुर पेयजल योजना से मिलने वाला पानी शुक्रवार से बंद हो गया। बीसलपुर बांध से जयपुर शहर में पानी ट्रांसफर करने के लिए सुरजपुरा में बनाए पंप हाउस के पंप बंद कर दिए है। अब शुक्रवार शाम से ही शहर के आधा दर्जन इलाकों में पेयजल किल्लत के हालात शुरू हो गए है।शहर में 2983 लाख लीटर पानी आपूर्ति हो रहा है। यह पूरा पानी शहर में खोदे गए 1882 नलकूपों से जमीन में से दोहित किया जा रहा है। शुक्रवार सुबह तक शहर को 160 लाख लीटर पानी मिल रहा था, जो कि दोपहर 12 बजे से बंद हो गया है। इससे शहर के जवाहर नगर, मालवीयनगर, जगतपुरा, आदर्शनगर, सिंधी कॉलोनी सहित अन्य इलाकों में पेयजल संकट के हालात हो गए. इन इलाकों में 5 से 10 मिनट की अतिरिक्त पेयजल कटौती शुरू हो गई है। कई इलाकों में शनिवार की पेयजल आपूर्ति प्रभावित होगी।अब 48 घंटों में मिलेगा पानीअब दो दिन में एक ही बार पानी मिलेगा। पहले चरण में जवाहरनगर, जगतपुरा, आदर्शनगर, सिंधी कॉलोनी, तिलक नगर व आसपास के इलाके में 48 घंटे से पेयजल आपूर्ति करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। जिसको शुक्रवार शाम बाद आला अफसरों की बैठक में रखा जाएगा। बैठक में प्रस्ताव पर मुहर लगते ही रविवार से इसे लागू कर दिया जाएगा।

Saturday, July 10, 2010

मां का दूध ही सूनी कर रहा था गोद

जयपुर। मां का दूध बच्चे के लिए अमृत होता है लेकिन जेनेटिक बीमारी के चलते एक मां की चार संतानों के लिए यह दूध ही जानलेवा बन गया। मामला है सीकर का। डॉक्टरों ने तीन माह पूर्व ही उसकी पांचवीं संतान को बचाया है। इसमें ऎसी एक खास तरह की जेनेटिक बीमारी पकड़ में आई जो साठ हजार मामलों में से केवल एक को होती है। दम्पती को ऎसी कोई बीमारी नहीं रही, इसलिए संतानों में यह कहां से आई यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है।मिली जानकारी के मुताबिक सीकर निवासी सईदा (28) (परिवर्तित नाम) के अब तक चार संतानें पैदा हुईं, जिसमें एक बेटा और तीन बेटियां थीं। इनमें से एक भी 15-20 दिनों से ज्यादा जीवित नहीं रह पाई। दम्पती के मुताबिक एक के बाद एक बच्चे की मौत ने उन्हें पूरी तरह से तोड़ दिया था। हर बार बच्चे बिल्कुल सामान्य पैदा होते लेकिन जैसे ही उन्हें मां का दूध पिलाया जाता उनकी तबीयत बिगड़ने लगती। मुम्बई व अहमदाबाद के अस्पतालों तक में बीमारी पकड़ में नहीं आई। दो वर्ष पूर्व चौथी संतान पैदा हुई तो उसके साथ भी ऎसा ही होने लगा। उसे जयपुर लाकर डॉ. तुषार दशोरा को दिखाया। उन्होंने जांचें कराई लेकिन बीमारी पकड़ में नहीं आ पाई और जन्म के 12-13 दिन बाद उसने भी दम तोड़ दिया। डॉ. दशोरा के अनुसार सबसे बड़ी बात थी कि चौथी संतान के जो जेनेटिक टेस्ट कराए गए (माइटोकॉड्रियल इनहेरिटेंस) वो भी नेगेटिव आए। इससे साफ हो गया कि बच्चे पैदा तो सामान्य हो रहे थे लेकिन मां का दूध पिलाने के एक-दो दिन बाद से ही उनकी तबीयत खराब होने लगती थी। चौथी संतान की मृत्यु के बाद ही आईईएम (इनबोर्न एरर ऑफ मेटाबॉलिज्म) बीमारी का संदेह हो गया था। इसलिए इस दम्पती को आगे भी फॉलोअप में बने रहने के लिए कहा गया।जिंदगीभर नहीं पी सकेगी दूधडॉक्टरों के मुताबिक इस तरह के बच्चों को लेक्टोज फ्री डाइट पर रखा जाता है। उन्हें खास तरह का दूध दिया जाता है क्योंकि ये न तो मां का दूध पचा पाते हैं और न ही गाय-भैंस का दूध इनके लिए फायदेमंद होता है। इनके लिए खास तरह का लेक्टोज फ्री मिल्क बाजार में उपलब्ध होता है। यह बच्ची जिंदगीभर इसी तरह का दूध पी सकेगी, लेक्टोज वाला दूध पीना या दूध उत्पाद खाना इसके लिए संभव नहीं होगा।क्या है ग्लेक्टोसीमियायह एक तरह का मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है, जिसमें ग्लेक्टोज आगे नहीं टूट पाता और शरीर में ग्लेक्टोज की मात्रा बढ़ती जाती है। और यह बढती मात्रा जहर का काम करती है। इसे ग्लेक्टोसीमिया कहा जाता है।ऎसे पता चली बीमारीचार माह पहले सईदा ने सोनी अस्पताल के डॉ. तुषार दशोरा से सम्पर्क किया। तीन माह पूर्व सामान्य प्रसव से बेटी हुई और उसे मां का दूध पिलाने पर वैसे ही लक्षण दिखाई देने लगे। पता चला कि बच्ची को ग्लेक्टोसीमिया नाम का मेटाबॉलिक डिसऑर्डर यानी जेनेटिक बीमारी है। इसमें बच्चा दूध को पचा नहीं पाता और उसमें उपस्थित एक घटक की मात्रा रक्त में इतनी अधिक हो जाती है कि वो जहर का काम करती है।

ऑक्टोपस और तोते के भरोसे देश

एक हैं पॉल एक हैं मानी। पहला है ऑक्टोपस, दूसरा है तोता। यूं तो इनमें आपस में कोई संबंध नहीं लेकिन इन दिनों दोनों काफी प्रसिद्धी पा रहे हैं। दोनों द. अफ्रीका में चल रहे फीफा वर्ल्ड कप फुटबाल मैचों की सटीक भविष्यवाणियां कर रहे हैं। विशेषकर पॉल नामक ऑक्टोपस महाशय अभी तक जर्मनी के सभी छह मैचों की के बारे में ठीक-ठीक बता चुके हैं। स्पेन के फाइनल में पहुंचने के बारे में उनका आकलन सही साबित हुआ। सट्टेबाज मैचों से ज्यादा उसकी भविष्यवाणियों पर दांव लगाने लगे हैं। हालांकि बेचारा सेमीफाइनल में स्पेन के खिलाफ जर्मनी की पराजय की भविष्यवाणी कर गंभीर संकट में फंस गया है और जर्मन प्रशंसक उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। उधर, सिंगापुर का एक तोता मानी नीदरलैंड के लिए सटीक भविष्यवाणी कर रहा है, उसके फाइनल में जीत हासिल करने के बारे में आश्वस्त है। नीदरलैंड के लिए अब यह तोता विशेष आदर का विषय बन चुका है। पूर्व में जापान में भी कई बार बिल्लियां-कुत्ते या मछलियां भूकंप आने के संबंध में सटीक भविष्यवाणी कर चुके हैं। क्या हो गया है पश्चिम के देशों को, जहां ज्योतिष-भविष्यवाणियां आदि पिछड़े हुए देशों की मानसिक जहालत के प्रतीक के तौर पर देखी जाती थीं। वे देश तक जीव-जंतुओं की बात पर न सिर्फ यकीन कर रहे हैं बल्कि उन्हें भविष्यवक्ताओं जैसा आदर तक दे रहे हैं। कल को हो सकता है कि ये देश अपनी गंभीर समस्याओं का निराकरण भी इनसे पूछकर ही करने लगें...।यहां इस लेख का विषय उनकी भविष्यवाणियों के बारे में बात करना नहीं बल्कि इस विश्वास पर सोचना है कि क्या सचमुच में जीव-जन्तुओं में भविष्य को देखने की ताकत होती है या फिर लोग जबर्दस्ती बेचारों पशु-पक्षियों की सामान्य हरकतों में से इस तरह के नतीजे निकालने में जुटे रहते हैं।क्या इस तरह के विश्वासों के प्रति आदमी के मन में छुपी भविष्य जानने की सामान्य उत्कंठा काम कर रही है। क्या अति आधुनिकता की दौड़ में फंसे आदमी के जीवन में पुरातन विश्वास फिर सिर उठाने लगे हैं।या अपनी सुरक्षा, भविष्य के प्रति संदेह से भरे आदमी का विश्वास उसे इन बातों पर भरोसा करने के प्रति उकसाता है। आखिर क्या वजह है विज्ञान की सदी में आदमी के ऐसे विश्वासों की

विदेश मंत्रालय भी आएगा फेसबुक पर

नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय भी अब जल्द ही सोशल नेटवर्किग साइट्स के जरिए लोगों से सीधा संपर्क स्थापित करेगा। एक अधिकारी ने बताया कि विदेश मंत्रालय का लोक कूटनीति विभाग जल्द ही एक नया पोर्टल शुरू करेगा, जिसमें फेसबुक और टि्वटर वेबसाइटों की तरह कोई भी हिस्सा ले सकता है। पहली बार होगा जब सरकार का कोई मंत्रालय इंटरनेट के इस नए विकल्प का उपयोग करेगा।
इस विकल्प के उपयोग का पहला संकेत इस बात से भी मिलता है कि विभाग ने गुरूवार को टि्वटर पर अपना अकाउंट शुरू किया है, जिसमें दो संदेश प्रसारित किए गए हैं। अधिकारी हालांकि अभी इस बात को प्रचारित नहीं करना चाहते। उनका कहना है कि अभी यह काम प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि यह पोर्टल लोगों से संपर्क करने के लिए होगा और सोशल नेटवर्किग साइट्स से जुडा होगा।
मंत्रालय के जन संपर्क विभाग का भी मानना है कि नीति निर्माण के कार्य में जनता से जुडाव का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। पूर्व विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर इंटरनेट के इस विकल्प का भरपूर उपयोग करते रहे हैं। अक्सर उन्होंने अफ्रीकी देशों की यात्रा जैसे कम प्रचारित मुद्दों पर भी टि्वटर के जरिए अपने विचार प्रस्तुत किए हैं। इनमें से हालांकि थरूर के कुछ संदेशों पर काफी विवाद हो चुका है।

पिता ने किया था 'अपहरण'

वैशाली नगर इलाके में जिस किशोर के अपहरण का आरोप व्यवसायी पर लगाया जा रहा था, उसे खुद पिता ने ही कोटा में रिश्तेदार के पास भेज दिया था। बेटे को छिपाने के बाद पिता ने व्यवसायी के खिलाफ बंधुआ मजदूरी व अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने शनिवार को किशोर को कोटा में उसके मामा के घर से बरामद किया है। पुलिस उसे लेकर रविवार को जयपुर लौटेगी।
पुलिस के अनुसार बरामद रवि (17) खातीपुरा स्थित शिवविहार निवासी रतन सिंह का बेटा है। वह खातीपुरा स्थित न्यू कॉलोनी में साइकिल की दुकान करने वाले ओमप्रकाश शर्मा के यहां काम करता था। करीब एक माह पहले रतन सिंह ने इस्तगासे के जरिए ओमप्रकाश के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
उसने आरोप लगाया था कि उधार के रूपए नहीं चुकाने पर ओमप्रकाश ने रवि को जबरन दुकान पर मजदूरी करवाई और बाद में किसी के हाथ बेच दिया। मामले की रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने पडताल शुरू की और जांच अधिकारी इंन्द्र सिंह ने कोटा के दादाबाडी क्षेत्र से रवि को बरामद कर लिया। रवि यहां पाली निवासी ओमप्रकाश के घर मिला।
रोजगार के लिए भेजा थापाली निवासी ओमप्रकाश कथित रूप से अपह्रत रवि का मुहं बोला मामा है। ओमप्रकाश कुछ दिन पहले तक जयपुर में ही रंग-रोगन का काम करता था। यहां धंधा नहीं चलने पर वह कोटा जाने लगा, तो रतन सिंह ने रवि को भी रोजगार के लिए साथ भेज दिया। इसके बाद रतन ने अपहरण की झूठी कहानी रच डाली।
स्कैच भी गलत बनवायापुलिस ने रवि की फोटो मांगी, तो परिजनों के मना कर दिया। फिर पुलिस ने उनके बताए हुलिए के आधार पर स्कैच तैयार करवाया। किशोर के मिलने पर खुलासा हुआ कि परिजनों ने स्कैच भी गलत बनावाया था। एक तरफ परिजन इस तरह पेश आ रहे थे तो दूसरी तरफ वे पुलिस पर ढिलाई का आरोप लगाते हुए रोजाना उ“ााधिकारियों के यहां पेश हो रहे थे।

Saturday, July 3, 2010

जीएम समेत 9 आईओसी अघिकारी न्यायिक हिरासत में

जयपुर । सीतापुरा स्थित इण्डियन ऑयल कॉर्पोरेशन के टर्मिनल में आठ महीने पहले हुए अग्निकाण्ड के मामले में गिरफ्तार कंपनी के 9 अधिकारियों और कर्मचारियों को शनिवार को 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। कंपनी के राज्य महाप्रबंधक गौतम बोस सहित सभी अघिकारियों को न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। जज ने सभी को 15 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में भेजे जाने के आदेश दिए।
उल्लेखनीय है कि आईओसी के महाप्रबंधक गौतम बोस, चीफ ऑपरेशन ऑफिसर राजेश कुमार स्याल, वरिष्ठ प्रबंधक (ऑपरेशन) शशांक शेखर, वरिष्ठ प्रबंधक (टर्मिनल) अरूण कुमार पोद्दार, वरिष्ठ प्रबंधक (टर्मिनल) के एस कनौजिया, उप प्रबंधक (टर्मिनल) कपिल कुमार गोयल, प्रबंधक (ऑपरेशन) अशोक कुमार गुप्ता, पाइप लाइन विभाग प्रभारी एस एस गुप्ता व चार्जमैन कैलाश नाथ अग्रवाल शामिल हैं। इन्हें आईपीसी धारा 285, 286, 287, 336, 337, 427, 304(ए), 304 (2) , 166 के साथ 23 पेट्रोलियम एक्ट और तीन पब्लिक प्रॉपर्टी डैमेज एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है।
11 लोगों की हुई थी मौत
गत वर्ष 30 अक्टूबर की रात हुए इस अग्निकाण्ड में 11 लोगों की मौत और 106 लोग घायल हुए थे। टर्मिनल के पास स्थित जीनस कम्पनी के मानव संसाधन प्रबंधक प्रीतपाल सिंह की ओर से 2 नवम्बर को रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी, जिसके आधार पर आईओसी के 12 अधिकारियों को आरोपी बनाया गया था। इनमें से दो चार्जमैन कृपाराम व रामनिवास की इसी हादसे में मौत हो गई थी, जबकि एक अन्य आरोपी सहायक प्रबंधक (टर्मिनल) योगेन्द्र मित्तल का बाद में सडक हादसे में निधन हो गया था।