जयपुर। राज्य का जेल विभाग रिकॉर्ड रचने की तैयारी में है। दो से तीन हफ्ते में ही राज्य में खुली जेलों की संख्या इतनी हो जाएगी जितनी भारत के किसी अन्य राज्य में भी नहीं होगी। गुजरात, दिल्ली, पंजाब समेत देश के तमाम राज्य राजस्थान से कोसों दूर हैं। इन तमाम राज्यों में सिर्फ 18 खुली जेल हैं। जबकि जल्द ही राजस्थान में खुली जेलों की संख्या 23 होने वाली है। इसके साथ ही राज्य के हर जिले में एक-एक खुली जेल खोलने की भी योजना बनाई जा रही है। राजस्थान में खुली जेलों की सुचारू व्यवस्था के बाद अब अन्य राज्यों के जेल प्रतिनिधि भी समय-समय पर राजस्थान का दौरा कर इस व्यवस्था के बारे में तमाम जानकारी जुटा रहे हैं। राजस्थान की तर्ज पर जल्द ही झारखंड और छत्तीसगढ सरकार भी खुली जेल खोलने की तैयारी में हैं। 47 साल पहले पहली मिली जानकारी के अनुसार राज्य की पहली जेल 1963 में जयपुर शहर में खोली गई थी। उस समय गर्वनर संपूर्णानंद ने खुली जेलें खोलने का प्रस्ताव रखा था और कुछ ही समय के बाद पहली जेल अपने स्वरूप में आ गई थी। उसके बाद एक-एक कर 13 खुली जेल राज्य भर में बनीं।10 और की तैयारी पहली जेल जयपुर शहर के सांगानेर इलाके में खोली गई। राज्य के अन्य जिलों में खुली जेलें बनीं। इस समय जयपुर शहर में सांगानेर और दुर्गापरा में दो, जोधपुर के मंडोर समेत उदयपुर, कोटा, भरतपुर, अलवर, जैतसर, बीचवाल, गंगानगर, हनुमानगढ और जालौर जिले में कुल मिलाकर 13 खुली जेल बनी हुई हैं। अब आने वाले कुछ दिनों में ही झुंझनूं, सीकर, भीलवाडा, धौलपुर, टोंक, अजमेर, बीकानेर, समेत तीन अन्य जिलों में खुली जेलों की पूरी तैयारी है। 13 जेलों में इतने कैदीजेल विभाग के अनुसार इस समय राज्य की 13 खुली जेलों में करीब 700 कैदी अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनमें से ज्यादातर छह साल और उससे ज्यादा की सजा सेंट्रल जेलों में काट चुके हैं। जयपुर के सांगानेर और दुर्गापुरा में इस समय 350 से ज्यादा कैदी अपने परिवार के साथ रह रहे हैं। आने वाले दिनों में राज्य भर में बनी 10 अन्य खुली जेलों में करीब 150 से भी ज्यादा कैदी अपने परिवार के साथ रह सकेंगे। यूं जाते हैं खुली जेल मेंकैदी को पुलिस, कलेक्टर और जेल विभाग की रिपोर्ट के बाद ही भेजा जाता है। कैदी की उम्र 25 साल से ज्यादा लेकिन 60 साल से कम हो।सेंट्रल जेलों या अन्य जेलों में छह साल और आठ महीने की सजा काटने के बाद नियमों के अनुसार किसी भी कैदी को खुली जेलों में भेजा जा सकता है।आधी से ज्यादा राजस्थान मेंमिली जानकारी के अनुसार भारत के तमाम राज्यों में इस समय मात्र 31 खुली जेलें हैं। इनमें से 13 राजस्थान राज्य के शहरों में है। बाकि बची 18 जेलों में दो आंध्रप्रदेश, एक असम, दो गुजरात, एक हिमाचल, एक तमिलनाडु, एक पश्चिम बंगाल, एक कर्नाटक, दो केरल, एक उडीसा, एक पंजाब और एक उत्तराखंड में है। मिली जानकारी के अनुसार एशिया के देशों में सिर्फ चीन ही आने वाले दिनों में भारत को टक्कर दे सकता है। चीन में करीब एक दर्जन बंदी ओपन कैंप हैं। खुली जेलों के बारे में जल्द ही अधिकारियों के साथ बैठक होगी। दस नर्ई खुली जेलें खोलने का प्लान है। अब संख्या बढकर 23 हो जाएगी। ओमेंद्र भारद्वाज, डीजी (जेल), राजस्थान
साभार: राजस्थान पत्रिका
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