प्रभु चावला ने इस्तीफा दे दिया है. या यूं कहें कि उन्हें जाने का इशारा कर दिया गया था, सो आज फाइनली चले गए. नीरा राडिया टेप कांड की आंच में झुलसे प्रभु चावला को टीवी टुडे ग्रुप ने बाइज्जत जाने का मौका दिया. संभवतः ऐसा ग्रुप के प्रति उनकी मेहनत, निष्ठा और समर्पण को देखते हुए किया गया. पहले एमजे अकबर को लाकर प्रभु चावला के पर को कतरा गया. शायद उन्हीं दिनों में उन्हें इशारे से प्रबंधन ने कह दिया होगा कि अब बहुत बदनामी हो गई, मुक्ति दीजिए, ताकि ग्रुप के दागदार हो चुके / हो रहे दामन पर जोरशोर से उछाले जा रहे कीचड़ को रोकने की कोशिश शुरू की जा सके.
बताया जाता है कि प्रभु चावला ने आज दोपहर बाद प्रबंधन को अपना इस्तीफा मेल कर दिया. खबर है कि वे न्यू इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप के एडिटर इन चीफ होकर गए हैं. सारी बदनामी के बावजूद प्रभु चावला के पास नौकरी की कमी नहीं है, ये तो साबित हो गया है. सत्ता और उद्योग जगत के बेहद करीबी संपादकों में शुमार किए जाने वाले प्रभु चावला की मार्केट खराब नहीं हुई है, इससे तो यही लगता है. प्रभु चावला इंडिया टुडे और आजतक के पर्याय बन गए थे. नीरा राडिया टेप कांड के कारण न सिर्फ प्रभु चावला की इज्जत उछली बल्कि आज तक और इंडिया टुडे ब्रांड नेम को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा. नीरा टेप कांड के कारण वीर सांघवी के पर एचटी ने कतरे. पहले उनका कालम बंद किया फिर उनका ओहदा घटा दिया. बची हैं बरखा दत्त जिन्हें एनडीटीवी ग्रुप पूरी शान से प्रोटेक्ट करते हुए लगातार लाइव दिखा रहा है, ग्रुप एडिटर का ओहदा जारी रखे हुए है. देखना है एनडीटीवी कितने नुकसान के बाद और कितने दिनों के बाद बरखा के बारे में कोई फैसला करता है. फिलहाल तो सबसे बड़ी खबर यही है कि प्रभु चावला का इस्तीफा हो चुका है.प्रभु चावला ने इस्तीफा दे दिया है. या यूं कहें कि उन्हें जाने का इशारा कर दिया गया था, सो आज फाइनली चले गए. नीरा राडिया टेप कांड की आंच में झुलसे प्रभु चावला को टीवी टुडे ग्रुप ने बाइज्जत जाने का मौका दिया. संभवतः ऐसा ग्रुप के प्रति उनकी मेहनत, निष्ठा और समर्पण को देखते हुए किया गया. पहले एमजे अकबर को लाकर प्रभु चावला के पर को कतरा गया. शायद उन्हीं दिनों में उन्हें इशारे से प्रबंधन ने कह दिया होगा कि अब बहुत बदनामी हो गई, मुक्ति दीजिए, ताकि ग्रुप के दागदार हो चुके / हो रहे दामन पर जोरशोर से उछाले जा रहे कीचड़ को रोकने की कोशिश शुरू की जा सके.
बताया जाता है कि प्रभु चावला ने आज दोपहर बाद प्रबंधन को अपना इस्तीफा मेल कर दिया. खबर है कि वे न्यू इंडियन एक्सप्रेस ग्रुप के एडिटर इन चीफ होकर गए हैं. सारी बदनामी के बावजूद प्रभु चावला के पास नौकरी की कमी नहीं है, ये तो साबित हो गया है. सत्ता और उद्योग जगत के बेहद करीबी संपादकों में शुमार किए जाने वाले प्रभु चावला की मार्केट खराब नहीं हुई है, इससे तो यही लगता है. प्रभु चावला इंडिया टुडे और आजतक के पर्याय बन गए थे. नीरा राडिया टेप कांड के कारण न सिर्फ प्रभु चावला की इज्जत उछली बल्कि आज तक और इंडिया टुडे ब्रांड नेम को भी काफी नुकसान उठाना पड़ा. नीरा टेप कांड के कारण वीर सांघवी के पर एचटी ने कतरे. पहले उनका कालम बंद किया फिर उनका ओहदा घटा दिया. बची हैं बरखा दत्त जिन्हें एनडीटीवी ग्रुप पूरी शान से प्रोटेक्ट करते हुए लगातार लाइव दिखा रहा है, ग्रुप एडिटर का ओहदा जारी रखे हुए है. देखना है एनडीटीवी कितने नुकसान के बाद और कितने दिनों के बाद बरखा के बारे में कोई फैसला करता है. फिलहाल तो सबसे बड़ी खबर यही है कि प्रभु चावला का इस्तीफा हो चुका है.
साभार- bhadas4media
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