Sunday, January 17, 2010

ज्योति बसु नहीं रहे

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के संस्थापक ज्योति बसु का आज निधन हो गया। बसु का 17 दिनों से एएमआरआई अस्पताल में इलाज चल रहा था। 96 वर्षीय वयोवृद्ध नेता ने सुबह 11 बजकर 47 मिनट पर अंतिम सांस ली। उनके निधन से देश के एक राजनीतिक अध्याय का अंत हो गया है।
ज्योति बसु का जन्म 8 जुलाई 1914 को हुआ था। वो पांच बार पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे। किसी राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी बसु के नाम है। बसु के निधन के खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड गई है। ज्योति बसु के परिवार में पुत्र चंदन बसु और पुत्रवधु, तीन पोतियां और एक पोता है। उनकी पत्नी कमल बसु का वर्ष 2003 में देहांत हो गया था।
रो पडे वामपंथी वामपंथी नेता बिमान बोस ने उनके निधन की औपचारिक जानकारी दी। बसु के निधन से वो इतने आहत थे कि यह खबर देते समय उनका गल भर आया और आंखों से आंसू बहने लगे।
अंतिम संस्कार मंगलवार को बसु का अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाएगा। हालांकि, बसु अपना शरीर मेडिकल रिसर्च के लिए दान कर चुके हैं, इसलिए पारंपरिक तौर पर उनका अंतिम संस्कार नहीं होगा। अंतिम यात्रा के बाद बसु के पार्थिव शरीर को मेडिकल कॉलेज के सुपुर्द कर दिया जाएगा। इस बीच डॉक्टरों ने बसु के नेत्रदान की औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। फिलहाल बसु के शव को अस्पताल से उनके पुत्र चंदन बसु के घर ले जाया जा रहा है। बाद में उनके पार्थिव शरीर को कोलकाता के मुर्दाघर में रखा जाएगा।
पीएम, सोनिया ने जताया शोकबसु के निधन की खबर से पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश में शोक की लहर दौड गई है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, गृहमंत्री पी। चिदंबरम, सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह, भाजपा अध्यक्ष नितीन गडकरी, केन्द्रीय रेल मंत्री ममता बनर्जी सहित कई नेताओे और राजनीतिक दलों ने उनके निधन पर गहरा शोक जताया है। चिदंबरम आज ज्योति बसु से मिलने एएमआरआई अस्पताल भी पहुंचे थे। इस बीच बॉलीवुड के बादशाह अमिताभ बच्चन ने भी बसु के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
नितिन शर्मा (news with us)

1 comment:

  1. कामरेड़ ज्योति बसु को लाल सलाम

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