Sunday, January 31, 2010

खबर हर कीमत पर

फैजाबाद के एक गर्ल्स इंटर कॉलेज में आज लगभग 5 फुट ऊँचा सांभर घुस आया. वन विभाग घंटों तक सांभर को ट्रेन्कुलाइज करने की कोशिश करता रहा. पर अति फुर्तीला ये जानवर उनकी पहुंच में नहीं आ पा रहा था. इसी बीच इलेक्ट्रानिक मीडियाकर्मियों को भी इसकी सूचना मिल गयी. ज्यादा से ज्यादा एक्सक्लूसिव एक्शन के विजुअल के चक्कर में ये पत्रकार और कैमरामैन उस झाड़ी के करीब पहुंच गए जहां ये सांभर छिपा हुआ था.
तभी अचानक पचास किलोमीटर से भी ज्यादा तेज रफ़्तार से सांभर झाड़ी से बाहर निकला और दौड़ पड़ा. सांभर की लंबी सींघ आगे की ओर हमलावर मुद्रा में झुकी हुई थी. इसके चपेट में आईबीएन7 के स्थानीय संवाददाता पंकज टंडन और उनके कैमरामैन नवनीत कौशल लगभग आ ही गए थे. पर पीछे गिरे हुए एक पेड़ के तने में उलझ कर दोनों गिर गए और सांभर दोनों के ऊपर से कूदकर निकल गया. इसके कारण दोनों मीडियाकर्मियों की जान बच गयी. पंकज और नवनीत को उनके साहस के लिए बधाई व शुभकामना. इन दोनों की जान बचाने के लिए उपर वाले को ढेर सारा शुक्रिया.
नितिन शर्मा (news with us)
साभार- bhadas4media

Sunday, January 17, 2010

ज्योति बसु नहीं रहे

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के संस्थापक ज्योति बसु का आज निधन हो गया। बसु का 17 दिनों से एएमआरआई अस्पताल में इलाज चल रहा था। 96 वर्षीय वयोवृद्ध नेता ने सुबह 11 बजकर 47 मिनट पर अंतिम सांस ली। उनके निधन से देश के एक राजनीतिक अध्याय का अंत हो गया है।
ज्योति बसु का जन्म 8 जुलाई 1914 को हुआ था। वो पांच बार पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री रहे। किसी राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी बसु के नाम है। बसु के निधन के खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड गई है। ज्योति बसु के परिवार में पुत्र चंदन बसु और पुत्रवधु, तीन पोतियां और एक पोता है। उनकी पत्नी कमल बसु का वर्ष 2003 में देहांत हो गया था।
रो पडे वामपंथी वामपंथी नेता बिमान बोस ने उनके निधन की औपचारिक जानकारी दी। बसु के निधन से वो इतने आहत थे कि यह खबर देते समय उनका गल भर आया और आंखों से आंसू बहने लगे।
अंतिम संस्कार मंगलवार को बसु का अंतिम संस्कार मंगलवार को किया जाएगा। हालांकि, बसु अपना शरीर मेडिकल रिसर्च के लिए दान कर चुके हैं, इसलिए पारंपरिक तौर पर उनका अंतिम संस्कार नहीं होगा। अंतिम यात्रा के बाद बसु के पार्थिव शरीर को मेडिकल कॉलेज के सुपुर्द कर दिया जाएगा। इस बीच डॉक्टरों ने बसु के नेत्रदान की औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं। फिलहाल बसु के शव को अस्पताल से उनके पुत्र चंदन बसु के घर ले जाया जा रहा है। बाद में उनके पार्थिव शरीर को कोलकाता के मुर्दाघर में रखा जाएगा।
पीएम, सोनिया ने जताया शोकबसु के निधन की खबर से पश्चिम बंगाल सहित पूरे देश में शोक की लहर दौड गई है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, गृहमंत्री पी। चिदंबरम, सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह, भाजपा अध्यक्ष नितीन गडकरी, केन्द्रीय रेल मंत्री ममता बनर्जी सहित कई नेताओे और राजनीतिक दलों ने उनके निधन पर गहरा शोक जताया है। चिदंबरम आज ज्योति बसु से मिलने एएमआरआई अस्पताल भी पहुंचे थे। इस बीच बॉलीवुड के बादशाह अमिताभ बच्चन ने भी बसु के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
नितिन शर्मा (news with us)

सात माह बाद बलात्कार का आरोप

कोटा। दशहरा मैदान में रहने वाली एक किशोरी ने शनिवार को पुलिस अधिकारियों के सामने सात माह पूर्व एक प्रमुख राजनीतिक दल के कार्यकर्ता पर ज्यादती का आरोप तो लगाया, लेकिन उसने इसकी एफआईआर दर्ज कराने से इनकार कर दिया। इस मामले में पुलिस रात तक एफआईआर का इंतजार करती रही।
दशहरा मैदान में रहने वाली यह किशोरी सात माह से गर्भवती है। शहर की एक महिला सामाजिक कार्यकर्ता को उसने बताया कि सात माह पूर्व एक राजनीतिक दल की महिला कार्यकर्ता उसे बहला फुसलाकर ले गई। महिला कार्यकर्ता के पास ही रहने वाले एक अन्य कार्यकर्ता ने उसके साथ ज्यादती की। सामाजिक कार्यकर्ता किशोरी को लेकर शनिवार को पहले पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय गई, लेकिन पुलिस महानिरीक्षक कोटा से बाहर थे। बाद में किशोरी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक [मुख्यालय] हनुमान प्रसाद मीणा से मिली और सारी बात बताई।
मीणा ने किशोरपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की सलाह दी और संबधित उप अधीक्षक और थानाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए, लेकिन किशोरी थाने नहीं पहंुची। थाने में अधिकारी रात आठ बजे तक उनका इंतजार करते रहे। बाद में अधिकारियों ने सामाजिक कार्यकर्ता को फोन किया तो कार्यकर्ता ने किशोरी का पता बताया। पुलिस किशोरी के घर पहंुची तो परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराने से मना कर दिया। पुलिस महानिरीक्षक राजीव दासोत ने बताया कि यदि किशोरी या उसके परिजन रिपोर्ट दर्ज कराते हैं तो पुलिस जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

कोटा। दशहरा मैदान में रहने वाली एक किशोरी ने शनिवार को पुलिस अधिकारियों के सामने सात माह पूर्व एक प्रमुख राजनीतिक दल के कार्यकर्ता पर ज्यादती का आरोप तो लगाया, लेकिन उसने इसकी एफआईआर दर्ज कराने से इनकार कर दिया। इस मामले में पुलिस रात तक एफआईआर का इंतजार करती रही।
दशहरा मैदान में रहने वाली यह किशोरी सात माह से गर्भवती है। शहर की एक महिला सामाजिक कार्यकर्ता को उसने बताया कि सात माह पूर्व एक राजनीतिक दल की महिला कार्यकर्ता उसे बहला फुसलाकर ले गई। महिला कार्यकर्ता के पास ही रहने वाले एक अन्य कार्यकर्ता ने उसके साथ ज्यादती की। सामाजिक कार्यकर्ता किशोरी को लेकर शनिवार को पहले पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय गई, लेकिन पुलिस महानिरीक्षक कोटा से बाहर थे। बाद में किशोरी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक [मुख्यालय] हनुमान प्रसाद मीणा से मिली और सारी बात बताई।
मीणा ने किशोरपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने की सलाह दी और संबधित उप अधीक्षक और थानाधिकारी को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए, लेकिन किशोरी थाने नहीं पहंुची। थाने में अधिकारी रात आठ बजे तक उनका इंतजार करते रहे। बाद में अधिकारियों ने सामाजिक कार्यकर्ता को फोन किया तो कार्यकर्ता ने किशोरी का पता बताया। पुलिस किशोरी के घर पहंुची तो परिजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराने से मना कर दिया। पुलिस महानिरीक्षक राजीव दासोत ने बताया कि यदि किशोरी या उसके परिजन रिपोर्ट दर्ज कराते हैं तो पुलिस जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
नितिन शर्मा (news with us)

Saturday, January 2, 2010

एक युवक का कटा सिर मिला

जयपुर शहर में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं, इसका अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि शनिवार की सुबह दस बजे बाद कुछ लोग एक युवक का कटा सिर अजमेरी गेट स्थित पुलिस नियंत्रण केंद्र के सामने फेंक कर भाग गए। कटा सिर मिलने के बाद आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई। अभी तक यह पता नहीं चल सका कि इस सिर का कटा हुआ धड कहां फेंका गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सुबह साढे आठ बजे के आसपास एक वाहन में सवार कुछ लोगों ने अजमेरी गेट के पास यादगार पुलिस कंट्रोल रूम के ठीक सामने एक प्लास्टिक की थैली फेंकी। थैली में से एक युवक का सिर बाहर निकल कर गिरा तो लोग हक्के-बक्के रह गए। कुछ देर तो लोगों की पास में जाने की हिम्मत ही नहीं हुई। थोडी देर में मौके पर भारी भीड जमा हो गई। यातायात अवरूद्ध हो गया।

पुलिस कंट्रोल रूप से पुलिस मौके पर पहुंची। सिर मिलने की सूचना के बाद पुलिस अधीक्षक सहित अनेक अधिकारी मौके पर पहुंचे। सिर को देखने के बाद मौके से उठवाकर सवाई मानसिंह अस्पताल के मुर्दाघर में भिजवा दिया गया। युवक का सिर फेंकने वालों के संबंध में लोग अलग-अलग तरह की बातें कह रहे हैं। कुछ लोग कह रहे हैं कि युवक का सिर फेंकने वाले दो जने थे और वे मोटर साइकिल पर सवार थे जबकि कुछ अन्य का कहना है कि हत्यारे किसी कार में सवार होकर आए थे और कार से ही उन्होंने कटे सिर की थैली फेंकी। पुलिस अधीक्षक बीजू जॉर्ज जोसफ का कहना है कि कटा हुआ सिर करीब 30 वर्षीय युवक का है। हत्या किसी अन्य स्थान पर की गई है और पुलिस मृतक के धड की तलाश कर रही है। मृतक की शिनाख्त होने के बाद ही जांच को दिशा मिलने की संभावना है।
नितिन शर्मा (news with us)