Sunday, December 6, 2009

टेस्ट क्रिकेट की बादशाह बनी टीम इंडिया

रविवार की सुबह टीम इंडिया ने टेस्ट क्रिकेट में इतिहास रच दिया। दुनिया की सभी दिग्गज टीमों का पछाड कर टीम इंडिया टेस्ट क्रिकेट में पहली बार शिखर पर पहुंच गई है। मुम्बई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में श्रीलंका के साथ चल रही सीरिज का अंतिम टेस्ट मैच जीतने के साथ ही भारत ने न केवल श्रृंखला पर अपना कब्जा जमाया बल्कि टेस्ट क्रिकेट की सिरमौर भी बन गई।
यूं तो इस मकाम तक पहुंचने का आगाज मैच की शुरूआत में सहवाग की धुंआधार पारी के साथ ही गया था लेकिन इस शानदार आगाज को भारत के तेज गेंदबाज जहीर खान ने अंजाम तक पहुंचाया। श्रीलंका की दूसरी पारी के पांच विकेट चटक कर जहीर खान ने भारत को एक पारी और 24 रनों से जीत दिलाई। इसके साथ श्रीलंका के साथ खेली गई तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला को 2-0 से अपने नाम कर ली है। मैन ऑफ द मैच के साथ मैन ऑफ द सीरिज का खिताब भी वीरेन्द्र सहवाग को मिला। जहीर खान के हाथों श्रीलंका का अंतिम विकेट गिरने के साथ ही पूरा स्टेडियम झूम उठा। खिलाडियों के साथ-साथ जीत की खुशी में झूमते दर्शकों का नजारा भी देखने लायक था।
इस ऎतिहासिक जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि इस जीत का इंतजार लम्बे समय से टीम के साथ-साथ पूरे देश को था। उन्होंने इस जीत के लिए पूरे देश को बधाई देते हुए कहा कि पूरे देश के लिए यह काफी अहम दिन है।
जहीर का जलवा
श्रीलंका के साथ चल रहे इस श्रृंखला के अंतिम मैच के अंतिम दिन जहीर खान का जलवा छाया रहा। आधे घंटे में जहीर खान ने श्रीलंका के चार बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखा जीत भारत की झोली में डाल दी। चौथे दिन श्रीलंकाई टीम को कुछ देर के लिए आस बंधाने वाले कप्तान संगाकारा आज कुछ खास नहीं कर पाए और अपने 133 रन के स्कोर में मात्र चार रन जोडकर जहीर खान की एक गेंद पर चकमा खा बैठे। इसके बाद खेलने आए हेराथ भी जहीर खान के शिकार बने। मुथैया मुरलीधरन के साथ कुछ मिनटों के लिए क्रीज पर टिके बाकी दोनों बल्लेबाज भी ज्यादा देर तक भारत को जीत से दूर रखने में नाकामायाब रहे और जल्द ही जहीर खान के हाथों अपना विकेट गंवा बैठे। हरभजन सिंह और प्रज्ञान ओझा को दो-दो विकेट मिले।
भारत की लगातार सातवीं जीत
श्रीलंका पर लगातार दूसरी टेस्ट जीत के साथ ही यह भारत की टेस्ट क्रिकेट मैच में लगातार सातवीं जीत है। जनवरी 2008 से अब तक सात टेस्ट सीरीज में हिस्सा लिया जिसमें से चार में जीत दर्ज की जबकि दो टेस्ट सीरिज में टीमको हार का सामना करना पडा। वहीं, एक सीरिज ड्रा रही।
124 अंकों के साथ पहले पायदान पर टीम इंडिया
इस जीत के साथ ही भारत आईसीसी टेस्ट क्रिकेट की रैकिंग में सर्वाधिक 124 अंको के साथ पहले स्थान पर पहुंच गया है। जबकि 122 अंकों के साथ दक्षिण अफ्रीका दूसरे, ऑस्ट्रेलिया 116 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है। इसके अलावा 115 अंकों के साथ श्रीलंका चौथे स्थान पर है।
टीम की जीत
टीम इंडिया के खिलाडियों ने इसे टीम की जीत बताया। अपने करियर में तीसरा तिहरा शतक पूरा कर पाने से महज सात रन से चूके वीरेन्द्र सहवाग ने जहां टीम को शुरू से ही मजबूती दिलाई। वहीं, सचिन तेंदुलकर, लक्ष्मण द्रविड और कप्तान धोनी की मजबूत पारियों के बदौलत टीम इंडिया ने इतिहास की शुरूआत मैच के पहले दिन ही कर दी थी। इसके बाद गेंदबाजों ने बल्लेबाजों की ताल से पूरी ताल मिलाई और टेस्ट मैच के अंतिम दिन इतिहास में पहली बार नम्बर एक टीम बनाने में अपनी अहम योगदान दिया। जहीर खान ने मैच में छह विकेट चटका कर मेहमान टीम की कमर तोड दी। हरभजन सिंह और प्रज्ञान ओझा को मैच में दो-दो विकेट मिले।
सहवाग रहे हीरो
122.75 की औसत से शानदार 491 रन बनाने वाले वीरेन्द्र सहवाग इस ऎतिहासिक मैच के हीरो रहे। उन्हें मैन ऑफ द मैच के अलावा मैन ऑफ सीरिज के पुरस्कार से भी नवाजा गया। मैच के पहले ही दिन सहवाग ने 284 रन बनाए जो अपने आप में एक रिकॉर्ड था। हालांकि दूसरे दिन अपने टेस्ट करियर का तीसरा तिहरा शतक पूरा नहीं कर पाने के कारण क्रिकेट प्रेमियों को थोडी निराशा जरूरी हुई थी। लेकिन पहली पारी में भारत के 726 रन विशाल स्कोर का दबाव मेहमान टीम पर भारी पडा।
राहुल द्रविड ने भी पूरी सीरिज में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 433 रन बनाए।
संगाकारा का भारत में पहला शतक
श्रीलंका की दूसरी पारी में टीम की हार को थोडी देर के लिए टालने वाल कप्तान संगाकारा 137 रन पर आउट हो गए। उनके करियर का 21 वां और भारत में पहला शतक है। कल ओपनर तिलकरत्ने दिलशान को जल्द ही खो देने के बाद परानविताना और संगकारा ने इसके बाद दूसरे विकेट के लिए 90 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। लेकिन लंच के बाद का सत्र श्रीलंका के लिए अच्छा नहीं रहा। परानविताना ने अपना तीसरा अर्द्धशतक 134 गेंदों में आठ चौकों की मदद से पूरा कर लिया। हालांकि इसके कुछ देर बाद ही वह एस श्रीसंत की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए। श्रीलंका अभी इस झटके से संभल भी नहीं पाया था कि जहीर ने मेहमान टीम को एक के बाद एक दो झटके देकर दहला दिया। जहीर ने फार्म में चल रहे माहेला जयवर्द्धने (12) को विकेट के पीछे धोनी के हाथों और थिलन समरवीरा (0) को दूसरी स्लिप में लक्ष्मण के हाथों कैच करवा दिया। एजेंलो मैथ्यूज चायकाल के ठीक पहले ओझा की गेंद पर धोनी को कैच थमा बैठे। रविवार की सुबह टीम इंडिया ने टेस्ट क्रिकेट में इतिहास रच दिया। दुनिया की सभी दिग्गज टीमों का पछाड कर टीम इंडिया टेस्ट क्रिकेट में पहली बार शिखर पर पहुंच गई है। मुम्बई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में श्रीलंका के साथ चल रही सीरिज का अंतिम टेस्ट मैच जीतने के साथ ही भारत ने न केवल श्रृंखला पर अपना कब्जा जमाया बल्कि टेस्ट क्रिकेट की सिरमौर भी बन गई।
यूं तो इस मकाम तक पहुंचने का आगाज मैच की शुरूआत में सहवाग की धुंआधार पारी के साथ ही गया था लेकिन इस शानदार आगाज को भारत के तेज गेंदबाज जहीर खान ने अंजाम तक पहुंचाया। श्रीलंका की दूसरी पारी के पांच विकेट चटक कर जहीर खान ने भारत को एक पारी और 24 रनों से जीत दिलाई। इसके साथ श्रीलंका के साथ खेली गई तीन टेस्ट मैचों की श्रृंखला को 2-0 से अपने नाम कर ली है। मैन ऑफ द मैच के साथ मैन ऑफ द सीरिज का खिताब भी वीरेन्द्र सहवाग को मिला। जहीर खान के हाथों श्रीलंका का अंतिम विकेट गिरने के साथ ही पूरा स्टेडियम झूम उठा। खिलाडियों के साथ-साथ जीत की खुशी में झूमते दर्शकों का नजारा भी देखने लायक था।
इस ऎतिहासिक जीत पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि इस जीत का इंतजार लम्बे समय से टीम के साथ-साथ पूरे देश को था। उन्होंने इस जीत के लिए पूरे देश को बधाई देते हुए कहा कि पूरे देश के लिए यह काफी अहम दिन है।
जहीर का जलवा
श्रीलंका के साथ चल रहे इस श्रृंखला के अंतिम मैच के अंतिम दिन जहीर खान का जलवा छाया रहा। आधे घंटे में जहीर खान ने श्रीलंका के चार बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखा जीत भारत की झोली में डाल दी। चौथे दिन श्रीलंकाई टीम को कुछ देर के लिए आस बंधाने वाले कप्तान संगाकारा आज कुछ खास नहीं कर पाए और अपने 133 रन के स्कोर में मात्र चार रन जोडकर जहीर खान की एक गेंद पर चकमा खा बैठे। इसके बाद खेलने आए हेराथ भी जहीर खान के शिकार बने। मुथैया मुरलीधरन के साथ कुछ मिनटों के लिए क्रीज पर टिके बाकी दोनों बल्लेबाज भी ज्यादा देर तक भारत को जीत से दूर रखने में नाकामायाब रहे और जल्द ही जहीर खान के हाथों अपना विकेट गंवा बैठे। हरभजन सिंह और प्रज्ञान ओझा को दो-दो विकेट मिले।
भारत की लगातार सातवीं जीत
श्रीलंका पर लगातार दूसरी टेस्ट जीत के साथ ही यह भारत की टेस्ट क्रिकेट मैच में लगातार सातवीं जीत है। जनवरी 2008 से अब तक सात टेस्ट सीरीज में हिस्सा लिया जिसमें से चार में जीत दर्ज की जबकि दो टेस्ट सीरिज में टीमको हार का सामना करना पडा। वहीं, एक सीरिज ड्रा रही।
124 अंकों के साथ पहले पायदान पर टीम इंडिया
इस जीत के साथ ही भारत आईसीसी टेस्ट क्रिकेट की रैकिंग में सर्वाधिक 124 अंको के साथ पहले स्थान पर पहुंच गया है। जबकि 122 अंकों के साथ दक्षिण अफ्रीका दूसरे, ऑस्ट्रेलिया 116 अंकों के साथ तीसरे स्थान पर है। इसके अलावा 115 अंकों के साथ श्रीलंका चौथे स्थान पर है।
टीम की जीत
टीम इंडिया के खिलाडियों ने इसे टीम की जीत बताया। अपने करियर में तीसरा तिहरा शतक पूरा कर पाने से महज सात रन से चूके वीरेन्द्र सहवाग ने जहां टीम को शुरू से ही मजबूती दिलाई। वहीं, सचिन तेंदुलकर, लक्ष्मण द्रविड और कप्तान धोनी की मजबूत पारियों के बदौलत टीम इंडिया ने इतिहास की शुरूआत मैच के पहले दिन ही कर दी थी। इसके बाद गेंदबाजों ने बल्लेबाजों की ताल से पूरी ताल मिलाई और टेस्ट मैच के अंतिम दिन इतिहास में पहली बार नम्बर एक टीम बनाने में अपनी अहम योगदान दिया। जहीर खान ने मैच में छह विकेट चटका कर मेहमान टीम की कमर तोड दी। हरभजन सिंह और प्रज्ञान ओझा को मैच में दो-दो विकेट मिले।
सहवाग रहे हीरो
122.75 की औसत से शानदार 491 रन बनाने वाले वीरेन्द्र सहवाग इस ऎतिहासिक मैच के हीरो रहे। उन्हें मैन ऑफ द मैच के अलावा मैन ऑफ सीरिज के पुरस्कार से भी नवाजा गया। मैच के पहले ही दिन सहवाग ने 284 रन बनाए जो अपने आप में एक रिकॉर्ड था। हालांकि दूसरे दिन अपने टेस्ट करियर का तीसरा तिहरा शतक पूरा नहीं कर पाने के कारण क्रिकेट प्रेमियों को थोडी निराशा जरूरी हुई थी। लेकिन पहली पारी में भारत के 726 रन विशाल स्कोर का दबाव मेहमान टीम पर भारी पडा।
राहुल द्रविड ने भी पूरी सीरिज में शानदार बल्लेबाजी करते हुए 433 रन बनाए।
संगाकारा का भारत में पहला शतक
श्रीलंका की दूसरी पारी में टीम की हार को थोडी देर के लिए टालने वाल कप्तान संगाकारा 137 रन पर आउट हो गए। उनके करियर का 21 वां और भारत में पहला शतक है। कल ओपनर तिलकरत्ने दिलशान को जल्द ही खो देने के बाद परानविताना और संगकारा ने इसके बाद दूसरे विकेट के लिए 90 रन की महत्वपूर्ण साझेदारी की। लेकिन लंच के बाद का सत्र श्रीलंका के लिए अच्छा नहीं रहा। परानविताना ने अपना तीसरा अर्द्धशतक 134 गेंदों में आठ चौकों की मदद से पूरा कर लिया। हालांकि इसके कुछ देर बाद ही वह एस श्रीसंत की गेंद पर पगबाधा आउट हो गए। श्रीलंका अभी इस झटके से संभल भी नहीं पाया था कि जहीर ने मेहमान टीम को एक के बाद एक दो झटके देकर दहला दिया। जहीर ने फार्म में चल रहे माहेला जयवर्द्धने (12) को विकेट के पीछे धोनी के हाथों और थिलन समरवीरा (0) को दूसरी स्लिप में लक्ष्मण के हाथों कैच करवा दिया। एजेंलो मैथ्यूज चायकाल के ठीक पहले ओझा की गेंद पर धोनी को कैच थमा बैठे।
नितिन शर्मा (news with us)

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