जयपुर। वैशाली नगर थाना क्षेत्र में शुक्रवार दोपहर सरेराह दिनदहाडे पुलिस और बैंक लुटेरों के बीच गोलीबारी हुई। इस दौरान एक लुटेरा घायल हो गया। पुलिस ने सरगना सहित चार लुटेरों को दबोच लिया। समय पर पहुंची पुलिस की वजह से लुटेरे बैंक लूटने में नाकामयाब रहे। लुटेरे हथियारों के अलावा बोतलों में पेट्रोल व मिर्च पाउडर लेकर चित्रकूट स्थित एसबीबीजे बैंक में घुसे थे। विरोध करने पर कैशियर का सिर फोड दिया और बैंक से करीब 15.50 लाख रूपए बटोर लिए। इतने में ही वहां पुलिस पहुंच गई, जिसके कारण लुटेरे रूपए बैंक में ही छोड भाग खडे हुए।
कट्टे में भरे पैसे
सीसीटीवी कैमरे में मिले फुटेज के अनुसार तीन लुटेरे बैंक में घुसे। इनमें से एक के एक हाथ में पिस्टल और दूसरे में रिवॉल्वर था। दूसरे के हाथ में देसी कट्टा था जबकि तीसरे के पास पेट्रोल की बोतल, मिर्च पाउडर व कटार थी। लुटेरों ने वहां मौजूद गार्ड ओमप्रकाश को दबोच लिया और लोगों को धमका कर एक कोने में बैठा दिया। इसके बाद कैश काउंटर के शीशे पर फायर कर वहां रखे करीब 15 लाख रूपए कट्टे में भर लिए।
सबकुछ छोड कर भागे
एक लुटेरे ने बैंक के बाहर शीशे के गेट में पुलिस जीप चेतक को रूकते देख साथियों को बताया। लुटेरे कट्टे में करीब 15.50 लाख रूपए, पेट्रोल की चार बोतल, दो कटार बैंक में पटक बाहर भागे। बाहर पुलिस से सामना हो गया। लुटेरे ने चेतक इंचार्ज हेडकांस्टेबल पन्नालाल पर दो फायर किए। पन्नालाल ने भी जवाबी फायर किया, तो गोली एक लुटेरे की पीठ पर लगी।
लूट की राशि से मकान व गाडी
पकडे गए लुटेरों के मुखिया कोटपूतली निवासी रामशरण ने पहले भी कई वारदात को अंजाम दिया है। लूट की राशि से उसने करीब दो साल पहले मुरलीपुरा स्थित गणेश नगर में एक मकान खरीदा था। इसके अलावा उसके पास लग्जरी कार भी है। शुक्रवार की वारदात में उसने दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल अपने छोटे भाई ताराचंद व मामा के लडके अग्नेश को भी शामिल किया था।
इन लोगों ने पहले भी कई वारदातों को अन्जाम दिया है। पुलिस पूछताछ में जयपुर व आस-पास के इलाके में हुई कई वारदात का खुलासा होने की उम्मीद है। चौथा लुटेरा रतिराम शुक्रवार देर रात पकडा गया। वो जयपुर में न्यू सांगानेर रोड पर रहकर स्नातक की पढाई कर रहा था। लुटेरों के पास मिली बाइक पर असली नम्बर को छुपाने के लिए नकली नम्बर का स्टिकर लगा हुआ था।
सभी वारदात एक तरह
अभियुक्तों ने सभी वारदात एक तरह की है। अभियुक्त वारदात से पहले बैंक की रेकी करते। लोगों के आने जाने के समय पर नजर रखते। बैंक में जब भीड कम होती, उसी समय वारदात करते।
अब तक 39 लाख की लूट
* मुरलीपुरा स्थित एसबीबीजे बैंक में 5 जुलाई 2008 को पेट्रोल छिडक 14.15 लाख रूपए लूटे थे
* अलवर के बानसूर स्थित आंचलित बैंक में 22 सितम्बर, 2006 को 23 लाख रूपए लूटे
* कोटपूतली स्थित जयपुर थार ग्रामीण बैंक में 15 जून, 2006 को 2 लाख रूपए लूटे
* दो वाहन चोरी के मामले भी हैं, अन्य मामले खुलने की उम्मीद
यूं दी पुलिस को सूचना
लुटेरे बैंक में सभी को मुख्य प्रबंधक के कमरे में ले जा रहे थे, तभी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जगदीश गुप्ता बाथरूम में छिप गया। जगदीश ने ही अन्य बैंक कर्मचारियों, परिचितों व पुलिस कन्ट्रोल रूम को मोबाइल से फोन कर सूचना दी।
बंदूक वाला गार्ड शादी में गया है
बैंक में दो गार्ड रहते हैं, जिनमें एक हथियारबंद है। बैंक के गार्ड ओमप्रकाश ने बताया कि लुटेरों ने अंदर घुसते ही उसे दबोच लिया। बैंक में बंदूकधारी गार्ड उसका साथी एक शादी में जाने के लिए छुट्टी पर गया था। बैंक में बंदूकधारी गार्ड की वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है।
आंटी अंदर चलो...
बैंक में पति के साथ आई हीरापुरा निवासी माधवी वर्मा ने बताया कि गेट के पास बैठी थी, तभी लुटेरे अंदर घुसे सभी को कोने में बैठा दिया। लुटेरे के हाथ धूज रहे थे। लेकिन वह सभी को प्रबंधक के कमरे में ले जा रहे थे, तभी एक लुटेरे ने उसको कहा कि आंटी अंदर चलो। लुटेरों ने प्रबंधक के साथ भी मारपीट की।
आठ किमी तक किया पीछा
एक लुटेरा पैदल अजमेर रोड की तरफ भाग छूटा। जबकि गोली लगने से लहूलुहान लुटेरा अन्य दो के साथ मोटर साइकिल पर बैठ चित्रकूट 200 फीट एक्सप्रेस हाईवे अण्डरपास की तरफ भागा। पुलिसकर्मियों ने चेतक से उनका पीछा किया। अण्डरपास को पार करने के बाद लुटेरों ने चेतक पर फायर किया। यहां भी पुलिस ने जवाबी फायर किया। लुटेरे अजमेर रोड की तरफ होते हुए एक्सप्रेस हाईवे पर चढ गए और सीकर रोड की तरफ निकल गए।
दिल्ली पुलिस का कांस्टेबल है लुटेरा
जिस लुटेरे को गोली लगी व दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल है। पुलिस के मुताबिक बाढ की ढाणी, बाला का नांगल कोटपूतली निवासी तारा चंद गुर्जर वारदात के बाद भागते हुए घायल हालत में विश्वकर्मा थाना इलाके में रोड नम्बर-14 के पास स्थित रमन विहार में पकडा गया।
चल रही थी ट्रेनिंग
ताराचंद 10 फरवरी, 2010 को दिल्ली पुलिस में कांस्टेबल पद पर भर्ती हुआ था और झाडसा कलां दिल्ली स्थित प्रशिक्षण अकादमी में उसकी ट्रेनिंग चल रही थी। इसी दौरान उसके बडे भाई रामशरण ने बैंक लूट की साजिश रची और बुधवार को उसे घर आने के लिए कहा। गुरूवार को ताराचंद आया और रात भर ये लोग घर पर ही रहे।
पीठ में लगी गोली, सीने में अटकी
गोली लगने के बाद ताराचंद अपने दो साथियों के साथ मोटर साइकिल पर बैठकर भागा था। रोड नम्बर-14 पर मोटर साइकिल छोडने के बाद उसने हुलिया बदलने के लिए टी शर्ट उतार ली। पुलिस ने पकडा तब वह दिल्ली पुलिस की ओर से मिली बनियान पहने था जिस पर उसका नाम व बैच नंबर लिखा था। बनियान खून से सनी होने की वजह से उसकी पहचान हो गई। गोली उसकी पीठ में रीढ की हड्डी से करीब 7 सेण्टीमीटर दूर नीचे से दूसरी पसली के पास लगी है जो अंदर घुसते हुए सीने में कंधे से करीब छह इंच नीचे अटकी है।
लाठी से वार कर पकडा
चेतक में बैठे पुलिसकर्मियों ने एक्सप्रेस हाईवे पर एक लग्जरी कार रूकवायी और उससे पीछा शुरू किया। उधर एक्सप्रेस हाईवे पर मुरलीपुरा स्थित वैद्यजी का चौराहा पर झोटवाडा वृत्ताघिकारी रिछपाल सिंह ने कुछ ट्रकों से रास्ता रूकवा दिया। कांस्टेबल कैलाशचंद ने लुटेरों पर लाठी से वार किया। लुटेरे मोटर साइकिल पटक एक्सप्रेस हाईवे से करीब 13 फीट नीचे कूद गए। पुलिसकर्मी भी पीछे भागे और एक लुटेरे को वहीं दबोच लिया, जबकि दो प्रताप नगर चौराहे के पास पकडे गए।
पेट्रोल उडेला, मिर्च पाउडर छिडका
लुटेरों ने ग्राहक व बैंककर्मियों पर पेट्रोल छिडक मिर्च पाउडर उडेल दिया। सभी को धमका कर मुख्य प्रबंधक आर।के. गट्टी के कमरे में भेज दिया। एक लुटेरे ने गट्टी के साथ मारपीट भी की। बाद में कैशियर अम्बेश माथुर को स्ट्रांग रूम में ले गया। माथुर ने बताया कि अलमारी को खोलने के लिए लुटेरे ने चाबी मांगी। मना करने पर उसने रिवॉल्वर से सिर पर वार कर दिया। तभी लुटेरे के मोबाइल पर किसी का कॉल आया, जिसे सुनने के बाद वह भाग गया।
नितिन शर्मा (टीवी 99)news with us
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